इटावा औरैया, अक्टूबर 25 -- इटावा, संवाददाता। चार दिवसीय व्रत का प्रारंभ कार्तिक शुक्ल चतुर्थी यानी शनिवार से होगा। सप्तमी को सूर्योदय के बाद यह व्रत समाप्त होता है। जिले में कवयित्री एवं साहित्यकार ऋचा राय पिछले कई वर्षों से छठ व्रत करतीं आ रही हैं। वह बताती हैं कि छठ की संस्कृति द्वापर में जिस क्षेत्र से उद्धरित एवं प्रसारित हुई वह आज इटावा एवं आसपास के क्षेत्र में विलुप्त हो गई है। प्रकृति पूजन की यह परंपरा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भी उतनी ही अनिवार्य है जो सतयुग, त्रेता एवं द्वापर युग में थी। छठ पर्व समाज के प्रत्येक वर्ग को जोड़ने की प्रेरणा देती है। उन्होंने बताया प्रथम दिवस नहाय खाय होता है। आज के दिन व्रती महिला या पुरुष व्रती तन एवं मन दोनों के शुद्धिकरण के साथ छठ पूजन का संकल्प लेते हैं। दूसरा दिवस खरना है जिसमें व्रती पूरे दिन न...