इटावा औरैया, नवम्बर 17 -- धान की पराली जलाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीण इलाके के बाद व नगरीय इलाके में भी किसान धान की फसल काटने या मशीन से कटवाने के बाद पराली में आग लगाकर जलाने में जुटे हुए हैं। वहीं इसके बाद नामोनिशान मिटाने के उद्देश्य से खेत को जुतबाकर डाल रहे हैं। जहां एक ओर सरकार धान की पराली न जलाने के लिए गाँव गाँव गोष्ठियों का आयोजन करके किसानों को समझाने में जुटी हुए है तो दूसरी ओर किसान सरकार के आदेश को दरकिनार करते हुए धान की फसल को काटने के बाद खेत में ही पराली जलाकर खेतों को जुतवाकर डाल रहे हैं। लखना बकेवर रोड पर निकले रजवाह के किनारे एक किसान ने सोमवार की शाम खेत में रखी पराली में आग लगाकर राख कर दिया। और नामोनिशान मिटाने के उद्देश्य से ट्रैक्टर से खेत को जुतवा दिया। इस तरह सरकार के आदेश की बखूबी धज्जिय...