इटावा औरैया, अक्टूबर 27 -- छठ महापर्व के दूसरे दिन खरना पूजन के साथ प्रसाद बनाया गया। छठ के व्रत को सबसे कठिन व्रत माना जाता है। मान्यता है कि जो महिलाएं छठ के नियमों का पालन करती हैं, छठी माता उनकी हर मनोकामना पूरी करती हैं। छठ पूजा में सूर्य देव का पूजन किया जाता है। यह पर्व चार दिनों तक चलता है। छठ पर्व का दूसरा दिन खरना कहलाता है। खरना का अर्थ होता है शुद्धिकरण, खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद बनाने की परंपरा है। छठ व्रत कर रहीं कवियत्री ऋचा राय ने रविवार को पूरे परम्परागत ढंग से प्रसाद बनाया। उत्साह और उत्सव के माहौल में आज कल उनके घर पर लोगों का आना जाना लगा हैं। लोक आस्था के महापर्व कों देखने और जानने के लिए लोग उनके घर पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि खरना के दिन पूरे दिन व्रत रखा। इस दिन छठी माता का प्रसाद तैयार किया जाता है। इस दि...
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