गुड़गांव, जून 15 -- गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता सैन्य टकराव न केवल मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थिरता के लिए, बल्कि वैश्विक व्यापारिक ढांचे और भारत जैसे आयात-आधारित देशों के लिए भी गंभीर खतरा बढ़ कर सकता है। प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (पीएफटीआई) के चेयरमैन दीपक मैनी ने कहा है कि गुरुग्राम भारत का एक प्रमुख औद्योगिक और कॉरपोरेट हब है। यहां से बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल्स, टेक्सटाइल, फार्मा और इंजीनियरिंग गुड्स का उत्पादन होता है, जो अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में निर्यात किए जाते हैं। गुरुग्राम की लॉजिस्टिक्स निर्भरता मुंबई, कांडला और गुजरात के अन्य बंदरगाहों पर है, जिनके जरिए माल मिडल ईस्ट, यूरोप और अफ्रीका भेजा जाता है। इनमें से अधिकांश मालवाहक जहाज स्ट्रेट ऑफ होरमुज से होकर गुजरते हैं...