पटना, अगस्त 26 -- बिहार में नौ साल पहले पूर्ण शराबबंदी लागू करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने कहा है कि अगर कोई शराब पीता भी है तो सड़क पर नहीं निकलता बल्कि चुपचाप अपने घर में सोता है। बिहार में शराबबंदी के बाद भी हर जिला, हर शहर और हर गांव में दोगुने और तिगुने दाम पर शराब की अवैध बिक्री चलने को लेकर तेजस्वी यादव से लेकर प्रशांत किशोर तक होम डिलीवरी का आरोप लगाते रहते हैं। अनुमान है कि शराबबंदी से बिहार को 40 से 50 हजार करोड़ रुपये का राजस्व घाटा हो रहा है, जिसका बड़ा हिस्सा नेता, पुलिस, अफसर और शराब माफिया अवैध बिक्री से उड़ा रहे हैं। मधुबनी में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मनीष वर्मा ने जन सुराज पार्टी की सरकार बनने पर...