पीलीभीत, अक्टूबर 28 -- बीसलपुर, संवाददाता। बीसलपुर के गांव ढकिया रंजीत में युवक की हत्या के बाद बूढ़ी दादी के बुढ़ापे की लाठी टूट गई है। अब परिवार में कोई भी कुल दीपक नहीं बचा। बूढ़ी दादी सिर पर जहां दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है तो वहीं पत्नी का हमेशा के लिए सुहाग मिट गया। बीसलपुर के गांव ढकिया रंजीत के सूरजपाल की 2013 में बेनीपुर के निकट हत्याकर शव को नहर में फेंक दिया था। सूरजपाल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके मात्र एक पुत्र आशीष व पुत्री अंशिका है। सूरजपाल की हत्या के बाद उसकी पत्नी छोटी देवी की मौत हो गई थी। दादा जंगबहादुर व दादी फूलवती 60 का इकलौता सहारा उसका बेटा सूरजपाल था। दोनों इकलौते पोते आशीष के सहारे ही अपनी जिंदगी जी रहे थे। आशीष भी अपने माता पिता का इकलौता पुत्र था। जंगबहादुर की दो साल पूर्व मौत हो गई। अब बूढ़ी दादी फूलवती क...