सहारनपुर, नवम्बर 23 -- देवबंद। मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि मदरसे दीन के वह किले हैं, जहां तलबा छात्रों को अमन की तालीम दी जाती है। कहा कि इस्लाम मजहब न तो आतंकवाद की कोई जगह है और न ही किसी पर बिला वजह जुल्म करने की इजाजत है। दिल्ली में लाल किले के निकट हुए कार में बम धमाके के बाद उत्तर प्रदेश में एटीएस द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों से मदरसों की जानकारी मांगने पर प्रतिक्रिया देते हुए मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि मदरसों में इंसानियत की तालीम दी जाती है और यहां से तालीम हासिल करने वाले छात्र दुनियाभर में अमन, प्यार और मोहब्बत का संदेश दे रहे हैं। कहा कि इस्लाम मजहब में इंसान तो दूर जानवर तक को तकलीफ देने की इजाजत नहीं है। आतंकवाद को इस्लाम से जोडक़र प्रचारित किए जाने पर उन्होंने रोष व्यक्त किया। कहा कि ...
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