गोपालगंज, जुलाई 9 -- - दशकों बाद गुरुवार के दिन पड़ा गुरु-शिष्य परंपरा का पर्व - प्रेमनगर आश्रम सहित मठ-मंदिरों में शुरू हुई विशेष तैयारियां गोपालगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। गुरु-शिष्य परंपरा को समर्पित गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व इस वर्ष गुरुवार को इंद्र योग और वैधृति योग जैसे दुर्लभ संयोग में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। दशकों बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब गुरुवार को ही गुरु पूर्णिमा पड़ रही है, जिससे पर्व का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, गुरु पूर्णिमा आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। क्योंकि इसी दिन महर्षि वेदव्यास का जन्मोत्सव मनाया जाता है।ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ अखिलेश्वर जी के अनुसार, गुरु पूर्णिमा की तिथि बुधवार की रात 1:37 बजे से प्रारंभ होकर शुक्रवार की रात...