धनबाद, मई 4 -- धनबाद, मुख्य संवाददाता न्यू मटकुरिया रेल कॉलोनी नया बाजार में रहनेवाले फिरोज खान ने अपने पुत्र अम्मार यासर को इंजीनियर बनने के लिए जयपुर भेजा था। फिरोज खान धनबाद में ही रेलवे के चीफ लोको इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए थे। इसके बाद उन्होंने शमशेर नगर में अपना घर बनाया। कोरोना काल में उनकी मृत्यु हो गई। अम्मार जीआईटी जयपुर से बंक मारकर आतंक की दुनिया से वास्ता रखने वालों के साथ सक्रिय रहा। दो वर्षों तक क्लास नहीं करने के कारण फाइनल सेमेस्टर परीक्षा से ठीक पहले कॉलेज प्रबंधन ने उसे कॉलेज से बाहर कर दिया था। सात मई 2014 को गया के शेरघाटी काजी मुहल्ला स्थित पैतृक गांव से जयपुर एटीएस ने अम्मार यासर को पकड़ा था। उसी दिन न्यू मटकुरिया रेल कॉलोनी स्थित उसके क्वार्टर में भी एटीएस की टीम ने दबिश दी थी। 30 मार्च 2021 को अम्मार सहित 12 ...