सहरसा, अक्टूबर 27 -- सहरसा, निज संवाददाता। रविवार को शहर के गायत्री शक्तिपीठ सहरसा में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र आयोजित हुआ। सत्र को संबोधित करते हुए डा. अरुण कुमार जायसवाल ने छठ महापर्व की महत्ता को बताते हुए कहा कि छठ लोक आस्था का पर्व है l इस पर्व का वर्णन अधिकांश शास्त्रों में भले ना हो लेकिन यह पर्व लोगों के आस्था का है l इस पर्व में कोई पंडित नहीं होता कोई मंत्र नहीं होता, व्रती के मुख से गया हुआ गीत ही मंत्र है l यह निष्ठा विश्वास आस्था मान्यता का पर्व है l इसमें प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्य की उपासना करते हैं सूर्य देवता के उपासना को लोकजीवन के सहज रूप में उतारने के लिए हमारे पूर्वजों ने ऋषियों ने, मनीषियों ने सूर्य षष्ठी व्रत का प्रतिपादन किया l इस पर्व में सूर्य की आत्मा की उपासना मातृ रूप में की जाती है जिसे छठी मैया कहते हैं l इ...