रामगढ़, अगस्त 4 -- गोला, निज प्रतिनिधि। गोला से चार किलोमिटर दूर रायपुरा स्थित बूढ़ा छत्तर धाम का महत्व सावन महीने में बढ़ जाता है। वैसे तो सावन माह के हर सोमवार को यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है। लेकिन सावन महीने के अंतिम सोमवार को यहां पर आस पास के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। बूढ़ा छत्तर धाम के पुजारी पंडित मनोज मिश्र ने बताया कि जन आस्था का केन्द्र बूढ़ा छत्तर धाम में भगवान शिव व माता पार्वती मां काली के रूप में विराजमान हैं। बूढ़ा छत्तर के रास्ते रामगढ़ राजा कामाख्या नारायण सिंह के पूर्वज जगन्नाथ पूरी की यात्रा करते थे। इस दौरान वे यहां विश्राम करते थे। एक बार रामगढ़ राजा और कलिंग महाराज नील माधव बूढ़ा छत्तर में भगवान शिव की आराधना करने के बाद शिवलिंग को अपने साथ ले गए। लेकिन कुछ दिन के बाद शिवलिंग लुढ़ककर वापस बूढ़ा छत्तर आ गया...