बिहारशरीफ, मई 27 -- आसुरी तत्वों के निर्वाण के लिए उठाने पड़ते हैं शस्त्र : मोरारी बापू रामकथा वाचन के चौथे दिन गुरु-शिष्य के संबंध पर की चर्चा श्रद्धालुओं की भीड़ से छोटा पड़ रहा कन्वेंशन सेंटर का सभागार महाप्रसाद लेने के लिए दिनभर लगी रही लोगों की भीड़ फोटो: बापू01-राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में मंगलवार को रामकथा कहते मोरारी बापू। बापू02-राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में मंगलवार को कथा का आनंद लेते श्रद्धालु। राजगीर, निज संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित रामकथा वाचन के चौथे दिन विश्वप्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने गुरु व शिष्य के एक दूसरे के प्रति भाव से कथा की शुरुआत की। उन्होंने शिष्य की पूरी खूबियों का बखान किया। साथ ही यह भी कहा कि आसुरी तत्वों के निर्वाण व सभ्यता की सुरक्षा के लिए कभी-कभी शस्त्र भी उठाना पड़ता है। यदि हमे...