गंगापार, जून 13 -- सैदाबाद, हिन्दुस्तान संवाद। सूरज का लगातार बढ़ता तेवर बेजुबानों के लिए किसी संकट से कम नहीं है। पानी की तलाश में बेजुबान भटक रहा है। क्षेत्र में बचे सभी तालाब सूख गए हैं। नहरों में एक बूंद पानी नहीं है। कछारी क्षेत्र के गांवों में जंगली जानवर पानी की तलाश में गांवों में आ रहे हैं। बनाए गए अमृत सरोवर खुद प्यासे हैं व जिम्मेदार शांत हैं। जून का महीना चल रहा है। पड़ रही भीषण गर्मी के कारण क्षेत्र के अधिकांश ताल-तलैया भी सूख गए हैं। कुछ तालाब तो ऐसे हैं जो पिछले महीने से सूख चुके हैं। ऐसे में उन पशुपालकों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। जो तालाब-पोखरे में अपने पशु को नहलाते-धुलाते थे। यही नहीं मवेशियों के समक्ष पेयजल संकट भी खड़ा होने लगा है। तालाब तो सूखे ही हैं, अगल-बगल की नहरें भी बेपानी हैं। जिसकी वजह से परेशानी और ज्यादा ब...