किशनगंज, दिसम्बर 8 -- किशनगंज, एक प्रतिनिधि किशनगंज नगर परिषद द्वारा बस स्टैंड के समीप संचालित 50 बेड क्षमता वाले आश्रय स्थल में सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद गरीब और बेघर लोग ठंडी रातें खुले में बिताने को मजबूर हैं। प्रशासन द्वारा दावे तो बड़े किए जाते हैं कि हर जरूरतमंद को आश्रय उपलब्ध है, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट दिखती है। सर्द हवाओं के बीच रेलवे स्टेशन, सड़क किनारे और पेड़ों के नीचे रात बिताते गरीब परिवारों की हालत दयनीय बनी हुई है। आश्रय स्थल में गर्म बिस्तर, कंबल, साफ कमरे और पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं, फिर भी जरूरतमंदों तक इसकी जानकारी नहीं पहुंच पा रही। स्थानीय लोग का कहना है कि नगर परिषद की ओर से न तो कोई प्रचार-प्रसार किया गया और न ही कोई टीम इन बेघर लोगों को आश्रय स्थल तक लाने की कोशिश करती है...