रुद्रपुर, फरवरी 6 -- सितारगंज, संवाददाता। ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की सितारगंज ब्लॉक कमेटी की बैठक में दिल्ली में होने जा रहे राष्ट्रीय सम्मेलन, आशा संगठन, सदस्यता, आंदोलन आदि मुद्दों पर चर्चा करते हुए आगे की रणनीति बनाई गई। गुरुवार को अस्पताल परिसर में योजित बैठक में यूनियन के प्रदेश महामंत्री डॉ. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि आशा जैसी महिला कामगारों का खुला शोषण हो रहा है। चार लेबर कोड लागू होने के बाद महिला कामगारों का शोषण और बढ़ेगा। वक्ताओं ने राज्य सरकार से तत्काल आशाओं को न्यूनतम वेतन, कर्मचारी का दर्जा देने, पेंशन और सामाजिक सुरक्षा की मांग की। यूनियन की सितारगंज ब्लॉक अध्यक्ष मंजू देवी ने कहा कि वादे के अनुरूप 11500 रुपये के मानदेय का शासनादेश अभी तक जारी नहीं हुआ है। बैठक में ऐक्टू के 24-26 फरवरी को दिल्ली म...