संतकबीरनगर, मई 3 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशाएं अपने कंधों पर स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारियों का बोझ ढो रही हैं। जिस तरह से उनसे काम लिया जा रहा है उसके अनुरूप सम्मानजनक मानदेय नहीं मिल रहा है। ये कर्मचारी शहर से गांव तक स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जिम्मेदारी संभाल रहीं हैं। गर्भवती महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल का जिम्मा इनके ऊपर है। स्वास्थ्य कार्यक्रमों के चलने वाले अभियान का हिस्सा बन घर-घर योजनाओं को पहुंचाती हैं। दो दशक से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काम कर रही आशाएं बहुत कम मानदेय पर काम कर रही हैं। बढ़ती महंगाई में घर का खर्च चलाने में खुद को असमर्थ पा रही हैं। उनका मानना है कि जब सरकारी कर्मचारियों की तरह सरकार काम ले रही है तो उनके हक में एक तय मानदेय की घोषणा होनी चाहिए।...
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