चतरा, जुलाई 31 -- चतरा प्रतिनिधि शहर में आवारा पशु लोगों के लिये जी का जंजाल बन गया है। आये दिन पशुओं के कारण दुर्घटनायें हो रही है। दुर्घटना में कई लोगों की मौत तक हो गयी है। आवारा पशु खुद भी वाहनों की चपेट में आकर मारे जा रहे हैं। ऐसे में नगरपालिका प्रशासन इन आवारा पशुओं के लिये कोई उपाय नहीं निकाला है। पहले शहर के पेट्रोल पंप के समीप इन आवारा पशुओं के रखने के लिये कानी हाउस था। जहां ऐसे पशुओं को रखा जाता था। अगर पशुओं के मालिक उसे छुड़ाने आते थे तो उनसे खिलाने पिलाने के एवज में रसीद देकर पैसे भी लिये जाते थे। लेकिन इन दिनों नगरपालिका के द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गयी है, जिस कारण शहर की सड़कों पर आवारा पशुओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। हर चौंक चौराहों पर झुंड के झुंड खड़े या बैठे ये मिल जायेंगे। रात के समय में सड़क के बीचो बी...