नई दिल्ली, जुलाई 26 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने राष्ट्रीय आवश्यक नैदानिक सूची (एनईडीएल) तैयार की है। इसमें लगभग 200 ऐसे डायग्नोस्टिक टेस्ट शामिल किए गए हैं, जो सर्वाधिक प्रचलन में हैं। यह सूची उसी प्रकार तैयार की गई है जैसे राष्ट्रीय स्तर पर आवश्यक दवाओं की सूची एनएलईएम बनाई गई थी, जिसमें 384 जरूरी दवाएं शामिल हैं। फिलहाल इस सूची को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर लागू किया जाएगा। हालांकि, संभावना है कि बाद में इसमें शामिल सभी जांच निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी अनिवार्य की जा सकती हैं और उनके शुल्कों का निर्धारण भी किया जा सकता है। आईसीएमआर के प्रमुख राजीव बहल के अनुसार, इस सूची के क्रियान्वयन से उपचार पर लोगों की जेब से होने वाले खर्च में कमी आएगी। जांच पांच स्तर में वर्गीकृत 1....