रांची, मई 13 -- रांची, विशेष संवाददाता। आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापक संघ ने जेटेट परीक्षा का विरोध किया है। संघ के अध्यक्ष डॉ त्रिभुवन साही ने कहा कि सरकार पहले से नियुक्त आवश्यकता सहायक प्राध्यापक को समायोजित करें, फिर अन्य परीक्षा आयोजन और बहाली करें। कहा कि 17 साल पहले जो जेट की परीक्षा हुई थी और उसके बाद बहाली का जो सिलसिला चला था वह किसी से छुपा नहीं है, आज भी इसकी सीबीआई जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि जब साल में दो बार नेट की परीक्षा होती है, तो फिर जेट की आवश्यकता क्यों पड़ी है, यह नीति समझ से परे है। आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापक वर्ष 2017 से अपनी सेवा दे रहे हैं, उन्हें क्यों नहीं नियमित किया जा रहा है। संघ ने राज्यपाल सहित झारखंड सरकार से अनुरोध है कि जेट की बहाली को अविलंब रोकते हुए पहले से कार्य कर रहे आवश्यकता आधारित ...