बागपत, अक्टूबर 14 -- जनपद में आलू की बुवाई शुरू होने के साथ ही किसानों को डीएपी खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। सहकारी समितियों और गोदामों पर खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं, लेकिन पर्याप्त उपलब्धता न होने के कारण अधिकांश किसान खाली हाथ वापस लौट रहे है। किसानों का कहना है कि यदि समय से डीएपी नहीं मिली, तो आलू की बुआई लेट होगी। किसानों ने आलू की बुआई की तैयारियां शुरू कर दी है। ऐसे में उनके सामने डीएपी की किल्लत खड़ी हो गई है। खासकर ठेके पर जमीन बोने वाले किसान परेशान हैं, क्योंकि उन्हें बिना फर्द के समितियों से डीएपी खाद नहीं मिल रही है। प्रति एकड़ आलू की बुवाई के लिए कम से कम दो बैग डीएपी की आवश्यकता होती है, लेकिन किसानों को केवल एक कट्टा खाद ही दिया जा रहा है। यहां तक कि छह एकड़ भूमि वाले किसान को भी एक बार मे...