अलीगढ़, नवम्बर 6 -- अलीगढ़। इस समय बुवाई चल रही है। ऐसे में आलू में रोक कीट लगने की संभावना बनी रहती है। इसके लेकर उप कृषि निदेशक कृषि रक्षा डॉ. सतीश मलिक ने बताया कि आलू के कंदों का बीज उपचार बोने की प्रारंभिक अवस्था में अच्छे अंकुरण के लिए आवश्यक है कि आप बीज को रस चूसने वाले कीट, मिट्टी के कीट और फफूंद जनित रोगों से सुरक्षित रखने के लिये बीज उपचार के माध्यम से स्वस्थ और मजबूत पौधों की शुरूआत कर सकते हैं। जिससे उत्पादन में वृद्वि के साथ-साथ आपकी आय में भी वृद्वि होती है। उन्होंने बताया कि आलू के कन्दों के बीज उपचार के लिय पेनफ्लुफेन 22.43 प्रतिशत, एफएस 83 मिली लीटर दवा को 100 लीटर पानी में घोलकर प्रति 800-1000 किलोग्राम कन्दों पर छिड़काव करें। पेन्सीक्यूरान 22.9 प्रतिशत एससी 250 मिलीमीटर दवा को 100 लीटर पानी में घोलकर बुवाई से पूर्व 800-1...
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