फर्रुखाबाद कन्नौज, दिसम्बर 19 -- फर्रुखाबाद, संवाददाता। लगातार गिर रहे तापमान और वायुमंडल में आद्रता बढ़ने से फसलों पर खतरा मंड़राने लगा है। मौसम में उतार चढाव होने पर माहू, थ्रिप्स आदि कीट के लगने की संभावना भी प्रबल हो जाती है। यदि फसलों की लगातार देखरेख न हुयी तो आलू और सरसों की फसलें कीटो से प्रभावित हो सकती हैं। जनपद में आलू पर्याप्त मात्रा में बोया गया है। इस समय अगैती व पिछैती झुलसा रोग के प्रकोप की भी संभावना सबसे अधिक होती है। अगैती झुलसा से पत्तियों पर कत्थई रंग के छोटे छोटे धब्बे बनते हैं जो धीरे धीरे बढ़ जाते हैं और पिछैती झुलसा में पत्तियों और तनो पर भूरे रंग के धब्बे, धब्बों के ठीक निचली सतह पर रुई जैसी फंगस जमा हो जाती है। पिछैती झुलसा रोग आलू की फसल में तीव्र गति से बढ़ता है इसको तुरंत नियंत्रित करने की जरूरत है। जिला कृषि रक्...
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