रुडकी, मई 3 -- विधि के क्षेत्र में अवसर पर्याप्त रूप में उपलब्ध है। धैर्यता पूर्वक अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करने की आवश्यकता है। विधि के क्षेत्र में वर्तमान कालखण्ड में जिस प्रकार से आर्थिक स्वरूप बदला है उससे नैतिक मूल्यों का ह्यस हो रहा है। इस दिशा में हमारा यह कर्त्तव्य बनता है कि हम नैतिक मूल्यों को बनाए रखे। अच्छा अधिवक्ता बनने के लिए यह आवश्यक है कि वाद के तथ्यों को अच्छे से समझे और उसके उपरान्त ही उपयुक्त विधि एवं पूर्व निर्णयों का प्रयोग करें। यह बात मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की के विधि संकाय में नवीन मूट कोर्ट कक्ष का शनिवार को लोकार्पण के दौरान मुख्य अतिथि उत्तराखंड उच्च न्यायालय नैनीताल के न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा ने कही।

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