मुजफ्फरपुर, सितम्बर 8 -- मुजफ्फरपुर। करीब दो दशक पहले बड़े शहरों या महानगरों में इक्के-दुक्के जिम हुआ करते थे। तब इसे खासतौर पर बॉडी बिल्डिंग और वेट लिफ्टिंग का सेंटर माना गया। जिम से जुड़ने वाले काफी कम या अधिकतर धनवान, सेलिब्रिटी आदि हुआ करते थे। समय में बदलाव के साथ ही जिम में फिटनेस से जुड़ी नई संस्कृति ने सबको आकर्षित किया। अब तो डॉक्टर भी कई तरह की बीमारियों के इलाज में जिम जाने की सलाह देते हैं। जिम जाने वाले लोगों की संख्या हर साल बढ़ रही है। कारोबार का दायरा बढ़ रहा है, लेकिन दूसरों की सेहत संवारने में जुटे अधिकतर जिम संचालकों की आर्थिक स्थिति खराब है। इनका कहना है कि करोड़ों खर्च करने के बाद भी महीने में हजार में भी राशि की बचत मुश्किल है। सरकार के स्तर पर मशीनों की खरीद पर सब्सिडी, टैक्स में छूट और रियायती बिजली सुविधा मिले तो ...