मुंगेर, नवम्बर 4 -- मुंगेर, निज प्रतिनिधि। जिले के विभिन्न प्रखंडों में लोगों के लिये जिला गव्य विकास की योजनाएं आर्थिक विकास में कारगर साबित हो रही है। इतना ही नहीं दुग्ध उत्पादन के मामले में अब मुंगेर जिला आत्मनिर्भर हो गया है। जिले में प्रतिदिन दो लाख लीटर दूघ उत्पादन हो रहा है। जबकि आईटीसी को मिलाकर देखा जाय तो यह आंकड़ा काफी बढ़ सकता है। गव्य विकास विभाग की ओर से 2025-26 में गव्य विकास के लिये 293 प्रशिक्षण का लक्ष्य दिया गया। जिसके मुकाबले 150 से अधिक प्रशिक्षण का आयोजन किया जा चुका है। जिले में गव्य विकास विभाग की ओर से 140 की संख्या में दुग्ध उत्पादन समितियां कार्य कर रही है। सभी 140 समूह से प्रतिदिन 11 हजार लीटर दूध प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। सुधा कॉपरेटिव सोसाइटी के माध्यम से दुग्ध उत्पादन सहयोग समिति दूध उत्पादन में काफी अग्रसर ...