अररिया, फरवरी 2 -- अररिया। प्रगतिशील किसान और सोशल एक्टिविस्ट शैलेन्द्र शरण कहते हैं कि आयकर में छूट की सीमा बढ़ा कर केंद्र सरकार ने नाराज मध्य वर्ग को मनाने का प्रयास किया है। आर्थिक दृष्टिकोण के बजट में कुछ क्रांतिकारी नहीं है। बिहार के लिए घोषित कई परियोजनाओं पर अपनी राय देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार और दिल्ली के चुनाव को ध्यान में रख कर बहुत सारी घोषणाएं की गई हैं। ये जन विरोधी और कॉरपोरेट को फायदा पहुंचाने वाला बजट है।

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