गंगापार, सितम्बर 24 -- कौंधियारा, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के जारी गांव में सोमवार की रात रामलीला मंचन ने ऐसा समां बांधा कि ग्रामीण देर रात तक मंत्रमुग्ध होकर देखते रहे। प्रोजेक्टर पर दिखाई जा रही रामानंद सागर की डिजिटल रामलीला गांव के लोगों को गहराई से भा रही है। सोमवार की रामलीला में जनकपुर की फुलवारी में राम-सीता का मिलन, गौरी पूजन, धनुष यज्ञ, लक्ष्मण-परशुराम संवाद और जयमाला का दृश्य प्रस्तुत हुआ। जैसे ही लक्ष्मण ने सभा में कहा कि यह धनुष क्या, मैं तो पूरे भूमंडल को उछाल सकता हूं, तो दर्शकों की तालियां गूंज उठीं। वहीं, परशुराम के क्रोध और लक्ष्मण के संवाद सुनकर लोग ठहाकों और भावनाओं में खो गए। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि पहले यहां रामलीला कलाकारों की मंडली द्वारा होती थी, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण धीरे-धीरे यह परंपरा कमजोर पड़ गई। त...