नई दिल्ली, मई 10 -- आज की महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। वह डॉक्टर भी है, डिजाइनर भी है, डेवलपर भी है और डायरेक्टर भी। लेकिन एक सवाल अब भी अधूरा है - क्या वह अपने पैसे का पूरा नियंत्रण खुद रखती है? क्या वह खुद निवेश के निर्णय लेती है? क्या वह अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग में शामिल है? अगर इन सवालों काे पढ़कर आप ना में सिर हिला रही हैं, तो इसका मतलब है कि कामकाजी होने और पैसे कमाने के बावजूद आपकी आर्थिक आत्मनिर्भरता अभी अधूरी है। सच्ची आत्मनिर्भरता तब होती है, जब कोई महिला सिर्फ कमाती नहीं, बल्कि अपने पैसों के संबंध में निर्णय लेने में भी सक्षम होती है। अकसर देखा गया है कि महिलाएं कमाती तो हैं, लेकिन अपने पैसे का नियंत्रण किसी और के हाथ में दे देती हैं - पति, पिता या भाई। या फिर वे खुद ही पैसे से जुड़ी बातचीत से कतराती हैं। जबक...