कौशाम्बी, अक्टूबर 8 -- आदर्श नगर पंचायत करारी की रामलीला में मंगलवार रात राम जन्म की लीला का मंचन किया गया। आराध्य श्रीराम का जन्म होते ही जयकारों की गूंज सुनाई दी। घंटे घड़ियाल के बीच मंगलगीत बजने लगे। लीला प्रसंग के मुताबिक, अयोध्या के राजा दशरथ को उम्र के चौथे पन में संतान न होने को लेकर ग्लानि हुई। इस पर वह कुलगुरु वशिष्ठ के पास गए। वशिष्ठ ने श्रृंगी ऋषि से पुत्र कामेष्ठि यज्ञ करवाया। यज्ञ कुंड से अग्नि देवता ने प्रकट होकर खीर प्रदान की। राजा दशरथ ने तीनों रानियों कौशल्या, कैकई और सुमित्रा को खीर खाने को दी। उनके चार पुत्रों का जन्म हुआ। भगवान श्रीराम चतुर्भुज रूप में प्रकट हुए। माता कौशल्या ने स्तुति कर उन्हें शिशु बनने के लिए कहा। इसके बाद बाल रूप में भगवान श्रीराम का जन्म होते ही जय श्री राम के जयघोष व घंटा घड़ियाल से क्षेत्र गूंजने ...
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