मेरठ, मार्च 8 -- कंकरखेड़ा। योगीपुरम में आयोजित देवी भागवत कथा में शुक्रवार को पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने देवी सती द्वारा श्रीराम की परीक्षा लेने की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि पापों का फल भोगने नरक में जाना पड़ता है, लेकिन जो राजराजेश्वरी का भक्त होता है, उसे नरक में नहीं जाना पड़ता। उन्होंने कहा कि सबको पूजा करनी चाहिए, जो नहीं कर सकते तो किसी से करा लेना चाहिए। यह भी संभव न हो तो जहां पूजा हो रही हो, वहां सामग्री देनी चाहिए। इतना भी संभव न हो पाए तो आरती को देख लेने से भी पूरी पूजा का फल मिल जाता है। उन्होंने सती द्वारा भगवान श्रीराम की परीक्षा लेने की कहानी सुनाई। ज्योतिष्पीठ के धर्माधिकारी जगदंबा प्रसाद सती ने देवी भागवत का रहस्य बताया। मंच पर इटली से आए ज्ञानी जी, उद्धवस्वरूप जी महाराज, सहजानंद महाराज, मुरारी ...