मुजफ्फर नगर, मार्च 19 -- मुजफ्फरनगर। निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) योजना के पात्र छात्र-छात्राओं के दाखिले लेने में नामचीन स्कूल फिसड्डी हो रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की सुस्ती के चलते प्रवेश प्रक्रिया में चयनित होने के बाद भी बड़े स्कूलों में लाभार्थी छात्र-छात्राओं को प्रवेश नहीं मिल रहा है। लाभार्थी छात्रों के अभिभावकों का यहां तक कहना है कि विभाग के पटल प्रभारी को कई बार विद्यालयों में प्रवेश नहीं लिया जा रहा है। यही कारण है कि जनपद के नामचीन स्कूलों में आरटीई की सीटें ज्यादा होने के बाद भी योजना के तहत होने वाले एडमिशन की संख्या नाममात्र है। कई विद्यालयों में तो एक भी सीट लाभार्थी को नहीं दी गई है। सरकार ने निजी और गैर सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा एक या प्री-प्राइमरी कक्षा में प्रवेश के लिए 25 प्रतिशत...