गोरखपुर, अगस्त 27 -- गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्रावासों में सामान्य व पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 30 प्रतिशत सीटें देने का विरोध विद्यार्थियों ने जताया है। बुधवार को छात्रावासों में रहने वाले छात्रों ने विकास भवन पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। जिला समाज कल्याण अधिकारी को पत्र सौंपकर इस आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की। प्रदर्शन करने वाले छात्रों का आरोप है कि समाज कल्याण विभाग के छात्रावास गरीब और भूमिहीन विद्यार्थियों के लिए संजीवनी साबित होते हैं। यहां वही छात्र रहते हैं जो किराये का कमरा या निजी छात्रावास नहीं ले सकते। अब तक इन छात्रावासों में अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के छात्र ही रहकर पठन-पाठन करते रहे हैं। छात्रों का कहना है कि यह आदेश न्यायसंगत व संवैधानिक नहीं है। छात्रों ने जिला समाज कल्याण ...