नई दिल्ली, सितम्बर 17 -- एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को कहा कि अगर हर समुदाय हैदराबाद गजट के आधार पर अपनी मांगें (आरक्षण) रखेगा, तो समुदायों के बीच एकता कायम करना मुश्किल होगा। पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने राज्य सरकार द्वारा दो अलग-अलग समितियां (एक मराठों और दूसरी ओबीसी के लिए) बनाने के फैसले पर सवाल उठाया। कहा कि सामाजिक एकता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और इसके लिए अगर कोई राजनीतिक कीमत चुकानी पड़े, तो चुकानी चाहिए। विभिन्न जाति समूहों ने तर्क दिया है कि मराठा समुदाय के सदस्यों को ओबीसी कुनबी जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने की अनुमति देने के लिए हैदराबाद गजट के कार्यान्वयन से एससी, एसटी और ओबीसी पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ेगा। महाराष्ट्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ओबीसी के कल्याणकारी उपायों में तेजी लाने और आरक...