नई दिल्ली, जून 27 -- चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कराने का फैसला किया है। घर-घर जाकर मतदाताओं का मिलान किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसका विरोध करते हुए एनडीए सरकार पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा कि पहले वोटिंग लिस्ट से नाम हटाएंगे फिर राशन कार्ड से वंचित कर देंगे। पुनरीक्षण में आधार कार्ड और मनरेगा जॉब कार्ड को मान्यता नहीं दिए जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव के ठीक बाद यह काम शुरू किया जा सकता था। दो महीने में यह काम नहीं हो सकता। बिहार इस साजिश के प्रति अलर्ट है। यह लोकतंत्र और संविधान के साथ मजाक है। किसी भी कीमत पर चुनाव आयोग की मनमानी नहीं चलने देंगे। इससे पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के साथ बैठक में भी राजद ने इसका विरोध किया था...