नई दिल्ली, दिसम्बर 13 -- रसोई में इस्तेमाल होने वाली दालचीनी सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाला मसाला नहीं है, बल्कि आयुर्वेद में इसे एक शक्तिशाली औषधि माना गया है। डॉ. नील सवालिया के अनुसार, दालचीनी (Tvak) मेटाबॉलिज्म को मजबूत करने, पाचन सुधारने और ब्लड शुगर को संतुलित रखने में सहायक होती है। आयुर्वेद मानता है कि मधुमेह (डायबिटीज) केवल शुगर की बीमारी नहीं, बल्कि कमजोर अग्नि (Digestive Fire) और बिगड़े हुए मेटाबॉलिज्म का परिणाम है। ऐसे में दालचीनी जैसी उष्ण और दीपनीय जड़ी-बूटी शरीर की अंदरूनी प्रणाली को संतुलन में लाने में मदद करती है। हालांकि, सभी प्रकार की दालचीनी एक जैसी नहीं होती। डॉ. नील सवालिया खास तौर पर सीलोन दालचीनी (Ceylon Cinnamon) के उपयोग की सलाह देते हैं क्योंकि यह हल्की, मीठी, सुरक्षित और रोजाना सेवन के लिए बेहतर मानी जाती है। नियमित र...