लखनऊ, सितम्बर 23 -- दशम आयुर्वेद दिवस पर आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि आयुर्वेद हमारे देश के लोगों को स्वस्थ रखने की प्राचीन विधा है। शल्य चिकित्सा के जनक महर्षि सुश्रुत ने शल्य चिकित्सा को 5000 साल पहले प्रचारित किया था। आयुर्वेद में आहार विहार, दिनचर्या, ऋतुचर्या का काफी महत्व है। हमें अपने भोजन में मोटे अनाज को अवश्य शामिल करना चाहिए। आज मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए आयुर्वेद को अपने जीवन में अपनाने की बहुत जरूरत है। टूड़ियागंज के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के महर्षि चरक सभागार में आयुष मंत्री ने 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रमुख सचिव रंजन कुमार, महानिदेशक चैत्रा वी., आयुष मिशन की निदेशक निशा अनंत, विशेष सचिव हरिकेश चौरसिया ने दीप प्रज्जवलन किया। अस्पताल के प्राचार्य डॉ. डीके मौर्य, प्...