हरिद्वार, फरवरी 19 -- हरिद्वार, संवाददाता। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के गुरुकुल परिसर के सभागार में शल्य तंत्र विभाग, आरोग्य भारती उत्तराखंड, महर्षि आयुर्वेद फार्मेसी के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय वर्कशॉप का सफल आयोजन किया गया। परिसर निदेशक प्रो. अवधेश मिश्रा ने कहा कि आयुर्वेद की विशेष चिकित्सा विधियों का लाभ सभी रोगियों को उठाना चाहिए। डॉ. राकेश भारती ने स्पाइनल एनेस्थीसिया पर अपना व्याख्यान दिया और बारीकियों पर अपना अनुभव साझा किया। डॉ. अनिल वर्मा ने सीपीआर पर अपने 28 वर्षों के अनुभव को सभी से साझा किया। उन्होंने इसके महत्व को समय के सापेक्ष बताते हुए बताया कि कैसे सीपीआर से किसी रोगी की जान बचाई जा सकती है।

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