सुल्तानपुर, मार्च 9 -- बल्दीराय, संवाददाता आम के बाग में सबसे अधिक ध्यान बौर लगते समय रखना चाहिए, इन्हीं एक-दो महीने में बाग की देख-रेख करके बागवान अच्छा उत्पादन पा सकते हैं। फरवरी-मार्च के महीने में आम के बाग में खास देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि इस समय पेड़ में बौर मंजरी लगते हैं। जिसकी वजह से कई तरह के कीट व रोगों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। पिछले कुछ दिनों में हो रहे मौसम के बदलाव से कीट व रोगों को बढ़ने का वातावरण मिल जाता है। कृषि वैज्ञानिक डॉ रवि प्रकाश मौर्य ने आम के बाग में लगने वाले कीट व बीमारियों व उनके निदान पर चर्चा करते हुए बताया कि इस समय के तापमान में आम के बौर पर पाउडरी मिल्ड्यू जिसे खर्रा या दहिया रोग भी कहते हैं के लगने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि गुझिया कीट भी बढ़ने लगते हैं। इनके साथ ही बाग में भुनगा ,...
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