चतरा, नवम्बर 3 -- टंडवा निज प्रतिनिधि कोल खनन और ओबी उत्पादन की अलग-अलग कंपनियां होने के बाद वर्करों के समायोजन को लेकर आम्रपाली में वंचित ठेका मजदूर सीसीएल और बीएलए प्रबंधन के खिलाफ कमर कसने लगे है। इस मामले में झारखंड ग्रामीण मजदूर कल्याण संघ ने जीएम को ज्ञापन सौंपकर 300 वर्करों के रोजगार न मिलने से क्षुब्ध होकर 6 नवंबर से आम्रपाली माइंस बंद में कोल और ओबी उत्पादन ठप करने का अल्टीमेटम दिया है। दरअसल 25 सितम्बर को जीएम अमरेश कुमार और सांसद प्रतिनिधि प्रेम विकास की मौजूदगी मे प्रभावित गांवो के श्रमिकों के साथ हुई वार्ता में 600 ठेका वर्करों की समायोजन का करार हुआ था। जिसमें 50-50 फीसदी वर्करों को खनन कंपनी बीएलए और ओबी खनन कंपनी अम्बे ज्वायंट वेंचर को रखने पर मुहर लगी थी। ग्रामीण मजदूर संघ के महामंत्री रमेश वर्मा के अनुसार बैठक में लिये ग...