बलिया, अगस्त 2 -- रामगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। जिले में गंगा उग्र रूप अख्तियार कर चुकी हैं। खतरा बिंदु से एक मीटर ऊपर बह रही नदी का पानी निचले इलाकों की बस्तियों में प्रवेश कर गया है। सम्पर्क मार्ग डूबने लगे हैं। गुरुवार की रात में चक्की-नौरंगा का निर्माणाधीन शिव मंदिर भी नदी में विलीन हो गया। गांव में पहुंचे एसडीएम ने लोगों से मवेशियों और जरूरी सामानों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की। अगले एक-दो दिन में बाढ़ में और तेजी की चेतावनी के बाद पलायन तेज हो गया। लोग अपने जरूरी सामान, छप्पर आदि उजाड़कर जाने लगे हैं। गायघाट गेज पर शुक्रवार की शाम गंगा नदी मीडियम फ्लड के बिल्कुल करीब पहुंच गयी। यहां नदी अब अपना विकराल रूप पकड़ने लगी है। लगातार बढ़ाव के बाद बाढ़ का पानी शुक्रवार को बैरिया तहसील के सुघरछपरा के साथ ही एनएच के दक्षिण बसे जगछपरा, शु...