सुपौल, जून 25 -- 1972 में सबसे कम 16.6 एमएम हुई थी बारिश, बीते साल भी 33% कम दर्ज 24 जून तक इस साल 185.4 मिलीमीटर बारिश की दरकार हुई 89.7 मिलीमीटर कम बारिश के चलते धान का बिचड़ा तैयार करने में देरी, रोपनी में देरी होना तय रुक-रुककर जिले में हो रही बारिश से मूंग की फसल को हुआ है नुकसान कुछ इलाकों में रिमझिम बारिश के बाद सड़कों पर जलजमाव, आवागमन में हो रही दक्कित सुपौल। जिलेवासियों को जून में मानसून की झमाझम बारिश देखने को नहीं मिली है। अब तक सामान्य से 51.62 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इससे किसानों, पशुपालकों और आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं इसका प्रतिकूल असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी देखा जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक 1972 में सबसे कम बारिश हुई थी। उस समय जिले में 16.6 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। हालांकि 2024 में जिले में ...
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