सीतामढ़ी, मार्च 20 -- सीतामढ़ी। ओपी से थाना का दर्जा मिला, संसाधनों से लैश भी किया गया, मगर असल अधिकार से अब भी वंचित ही रखा गया है। नवघोषित थानों को एफआईआर करने का हक अबतक नही मिला है। थाना का दर्जा मिले दो साल होने को है, फिर भी एफआईआर कराने के लिए पुराने थाने पर निर्भर है। ऐसे में थाना बनने से लोगों को क्या फायदा। जी हां ये हाल हैं जिले के पांच नव घोषित थाना, भिट्ठा, बोखड़ा, गाढ़ा, भुतही, मेहसौल औ ट्रैफिक थाना का है। जहां थानेदार समेत सभी संसाधन तो उपलब्ध करा दिए गए, लेकिन एफआईआर के लिए आम लोगों को अभी भी पुराने थानों के चक्कर लगाना पड़ रहा है। ऐसा नही है कि इन नवघोषित थानों में कोई काम नही हो रहा। इन थानों में थानेदार के तैनाती के साथ-साथ सभी संसाधनों से लैश किया गया है। महिला हेल्प डेस्क खोले गए, महिला अधिकारी भी तैनात किए गए है। इनक...