कटिहार, जून 25 -- कटिहार, वरीय संवाददाता आपातकाल के 50 साल पूरे हुए। उस समय के आंदोलनकारी छात्र 70-75 के हो चुके है। आपातकाल की याद इनके जेहन में इस कदर बैठी हुई है कि एक बार अगर शुरू होते है तो फिर 1974 और 1975 की कहानी एक साथ जुबां पर आ जाती है। आपातकाल के दौरान नया टोला के बुढ़िया लॉज में बन रही रणनीति की बात हो या फिर सड़क पर 10 हजार के करीब छात्रों की भीड़ का जुटना हो। हरदयाल टॉकिज पर समोसा खाते हुए आंदोलनकारी की गिरफ्तारी की बात हो या फिर डीएस कॉलेज के समीप एक छात्र को पकड़ने के लिए पूरा जिला पहुंचा हो। यह कहानी उस समय के युवा आंदोलनकारी चंद्रकांत कुमार, अजीत कुमार मोदी, कृष्ण कुमार चौधरी, तारकनाथ बलिदानी और पूर्व मंत्री रामप्रकाश महतो सहित कई लोगों की है। जिन्होंने बताया कि किस तरह छात्र महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़...