गुड़गांव, जून 25 -- गुरुग्राम। वर्ष 1975 में आपातकाल में सत्याग्रह आंदोलन करने पर गुरुग्राम के 18 लोग जेल भेजे गए थे। आपातकाल के 50 साल होने पर जेल जाने वालों में कई लोग अब नहीं रहे। जो लोग जिंदा है, वह तब जेल में मिली यातनाओं को याद कर आज भी सहम जाते हैं। जिले में तब 19 महीने तक भय के माहौल में लोग जीने को मजबूर हो गए थे। इमरजेंसी में एक दूसरे से लोग कोई बात नहीं करने में डरते थे। उस समय सरकार का विरोध करने वाले लोगों को जेल भेजे जाते थे। सभी कॉलेज पढ़ाई के दौरान दो से चार महीने तक जेल जाना पड़ा था। सेक्टर-4 निवासी महावीर भारद्वाज ने बताया कि 25 जून 1975 को तात्कालीन प्रधानमंत्री ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी। 21 महीने चले इस कालखंड को देश के इतिहास में काला अध्याय के नाम से जाना जाता है। आपातकाल के दौरान जुल्म करने की सारी हदें प...