जमुई, जून 25 -- जमुई । मनोज तिवारी 1975 में आपातकाल का दौर शुरू हुआ था और इससे जमुई जिला भी अछूता नहीं रहा। आपातकाल के दौरान कई लोगों ने इसका विरोध किया । आपातकाल के दौरान हुई कार्रवाई को जेपी सेनानियों ने अपनी जुबान से हिंदुस्तान से साझा किया। जेपी सेनानी राजेश कुमार सिंह ने बताया 19 मार्च 74 जमुई गोलीकांड के बाद पुलिसिया कार्रवाई के चलते जमुई में आंदोलन ठप पड़ गया व मुझे मुजरिम बना दिया। 15 जुलाई 74 को कॉलेज और परीक्षा बहिष्कार कराने के कार्यक्रम में यमुना हलवाई घर के पास मुझे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । पन्द्रह दिन बाद 30 जुलाई को मुक्त हुआ तो घर नहीं गया। शिशिर दूबे को साथ लेकर शाम को पटना चल दिया । रात में महिला चर्खा समिति में रात्रि विश्राम के बाद सुबह मुजफ्फरपुर जाने के क्रम में जेपी से भेंट हुई । जमुई का कार्यक्रम मांगा। 08 अगस्त 7...