देहरादून, सितम्बर 20 -- आपदा में टूटे घर और खत्म हो चुके रोजगार के बीच प्रभावितों को कागजी कार्यवाही की मार भी झेलनी पड़ रही है। हालात यह है कि आपदा में मकान दुकान गंवाने वाले पौड़ी के सैंजी गांव के दुकानदार बैंक लोन की किश्त नहीं दे पाए तो उनकी आरसी काट दी गई। धराली के आपदा प्रभावितों को किराए के मकानों पर आए डेढ़ महीने होने वाले हैं, आश्वासन के मुताबिक उन्हें अभी तक किराए की रकम नहीं मिल पाई है। ऐसी ही स्थिति से चमोली और रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित भी जूझ रहे हैं। मदद के बजाए लोन वसूली को पहुंच रहे अमीन पौड़ी के सैंजी बाजार में पिछले 18 साल से हार्डवेयर की दुकान चलाते आ रहे कुलवीर को आपदा ने कहीं का नहीं छोड़ा। किराए की दो दुकानों से अपना कारोबार चलाते थे। आपदा में दोनों खत्म हो गई। यहां रखा 30 लाख का सामान भी बर्बाद हो गया है। उन्होंन...