हरिद्वार, अप्रैल 13 -- पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलानुशासिका प्रो. देवप्रिया ने कहा कि आपदाएं सार्वभौमिक सत्य हैं, लेकिन विज्ञान, तकनीक एवं वैदिक गूढ़ रहस्यों के समन्वय से इनसे उत्पन्न त्रासदियों को कम किया जा सकता है। पतंजलि विश्वविद्यालय इस दिशा में एक संगठित और भावनात्मक पहल कर रहा है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि विवि के पाठ्यक्रमों में आपदा प्रबंधन एवं आपदा औषधि जैसे समसामयिक विषयों को शामिल किया जाएगा। डॉ. देवप्रिया ने कहा कि, यदि इच्छाशक्ति, भावनात्मक प्रतिबद्धता और भारतीय ज्ञान परंपरा का समन्वय हो तो आपदा प्रबंधन एवं जनकल्याण की राह कहीं अधिक प्रभावी और सुगम हो जाती है। यह बातें उन्होंने समापन समारोह के दौरान कही। पतंजलि विवि हरिद्वार में 'जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं आपदा औषधि विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का...