बोकारो, मई 17 -- आनंद मार्ग के मुख्यालय आनंद नगर में पांच दिवसीय शिक्षा प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन शुक्रवार को आचार्य ओम्कारेश्वरानंद अवधूत ने विभिन्न राज्यों से आए शिक्षकों को कहा सही शिक्षक वही हो सकता है जो शारीरिक मानसिक तथाआध्यात्मिक रूप से विकसित हो। तभी बच्चों को वह शिक्षक सही दिशा निर्देश दे सकते हैं। आज इन्हीं गुणों का अभाव है जिसके चलते स्कूलों में तरह तरह की घटनाएं हो रही है। उन्होंने कहा आनंदमूर्तिजी की ओर से बताए गए कुछ विशेष प्रकार के नृत्य व आसन जिससे मनुष्य का तीनों स्तर पर विकास हो सकता है। कौशिकी नृत्य लोगों को करवाया गया।

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