बगहा, सितम्बर 25 -- बेतिया,हमारे संवाददाता। नवरात्र के तीसरे दिन अलग-अलग मंदिरों में माता के चंद्रघंटा स्वरुप की पूजा की गयी। दुर्गा बाग मंदिर परिसर में सुबह तीन बजे से ही भक्त पहुंचने लगे। इस दिन दूध का भोग लगाने का विशेष महत्व होता है। बुधवार की सुबह माता के लिए विशेष भोग लगाया गया जिसमें दूध व खीर को शामिल किया गया। भोग लगाने के बाद सुबह चार बजे माता के लिए मंगल आरती की गयी जिससे पूरा माहौल माता के जयकारे से गूंजने लगा। सुबह छह बजे तक मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ जमा होने लगी। दुर्गा बाग में पंडित नितेश झा के नेतृत्व में माता के चंद्रघंटा स्वरुप की विशेष पूजा अर्चना की गयी। मंदिर में पहुंचने वाले सभी भक्तों के माथे पर टीका लगाने के लिए मंदिर के मुख्य द्वार से सटी सीढ़ियों पर विशेष व्यवस्था की गयी थी। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर परिसर...