रांची, अप्रैल 13 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। झारखंड के वित्तरहित संस्थानों के लिए आदेश के बाद भी खाते में सीधे राशि नहीं जा रही है। फाइल में यह आदेश तत्कालीन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने दे दिया था, लेकिन प्रोसिडिंग जारी नहीं हो सकी। तत्कालीन शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो की अचानक तबीयत खराब होने और निधन के बाद फाइल स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग में दब गई। नतीजा यह कि वित्तरहित संस्थानों को चार साल बाद भी सीधे खाता में राशि नहीं जा पा रही है। तत्कालीन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने 27 मार्च 2020 को ही फाइल में स्पष्ट कर दिया था कि जिन इंटर कॉलेजों में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है, उन कॉलेजों के शासी निकाय के बैंक खाते में सीधे स्वीकृत अनुदान की राशि हस्तांतरित की जाएगी। आदेश दिए जाने के बाद उसका पालन किया जाना था, लेकिन नहीं किया जा सका। ...